शेयर मार्केट (Share Market) से पैसा कमाना एक विशेष और तकनीकी कला है जो धाराप्रवाहिता, वित्तीय बाजारों के संगठन, और अनुसंधान को समझने पर आधारित है। पहले तो, यह महत्वपूर्ण है कि आप बाजार के मौद्रिक और नियमों को समझें और खुद को अच्छी तरह से शिक्षित करें।क्या आप भी शेयर मार्केट से ऑनलाइन ट्रेडिंग कर पैसा कमाना चाहते हैं? आज के लेख में हम शेयर मार्केट से जुड़ी कुछ बातों के बारे में जानेंगे।
शेयर मार्केट से पैसा कैसे कमाएं?
शेयर मार्केट(Share Market) से पैसा कमाने के लिए आपको शेयर बाजार में शेयर खरीदने और बेचने के तरीके सीखने की जरूरत होती हैं। शेयर मार्केट में शेयर खरीदने और बेचने के लिए आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है। आप ऑनलाइन शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए अपने स्मार्टफोन या लैपटॉप का इस्तेमाल कर सकते हैं। शेयर मार्केट में शेयर खरीदने और बेचने के लिए आपको एक प्लेटफार्म की जरूरत होती है जो ब्रोकर्स देते हैं। आप अपने अनुभव से शेयर मार्केट से पैसा कमाने के बेस्ट तरीके सीख सकते हैं। शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए आपको शेयर मार्केट की नॉलेज होनी चाहिए। शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले आपको शेयर मार्केट के बेसिक नॉलेज होनी चाहिए।
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डीमैट अकाउंट (Demat Account) और ट्रेडिंग अकाउंट(Trading Account)
डीमैट अकाउंट (Demat Account) और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है। डीमैट अकाउंट शेयरों को डिजिटल रूप से स्टोर करता है चूंकि आजकल शेयर्स डिजिटल मोड में ट्रेड किए जाते हैं, इसलिए ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए डीमैट अकाउंट आवश्यक है। ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको एक प्लेटफार्म की जरूरत होती है जो ब्रोकर्स देते हैं। आप ऑनलाइन शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए अपने स्मार्टफोन या लैपटॉप का इस्तेमाल कर सकते हैं। डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको अपने पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक अकाउंट और एक फोटो जैसे दस्तावेजों की जरूरत होती है। आप अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाकर डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। आप ऑनलाइन डीमैट अकाउंट भी खोल सकते हैं। इसके लिए आपको अपने ब्रोकर की वेबसाइट पर जाकर अकाउंट खोलने का फॉर्म भरना होगा। फॉर्म में आपको अपने नाम, पता, पैन नंबर, आधार नंबर, बैंक अकाउंट नंबर और फोटो जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे। इसके बाद आपको अपने डीमैट अकाउंट के लिए एक डीमैट अकाउंट नंबर दिया जाएगा। आप अपने नए डीमैट अकाउंट में शेयर खरीद और बेच सकते हैंI
डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिये आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- बैंक अकाउंट
- 6 माह का अकाउंट स्टेटमेंट (आवश्यक हो तो)
- सेल्फ़ी फोटो
- आधार लिंक्ड मोबाइल नंबर
भारत में ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट की सेवा देने वाली कंपनीज
भारत में ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट (Demat Account) की सेवा देने वाली कुछ बेहतरीन ऐप्स हैं। नीचे दिए गए Apps के ऑफिसियल वेबसाइट से आप इन ऐप्स के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं:
- ICICI Direct
- Zerodha Kite
- Upstox Pro
- Angel Broking
- 5Paisa
- Sharekhan
- Motilal Oswal
- Kotak Stock Trader
- HDFC Securities
- Edelweiss
ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट खोलने के बाद, आप अपने ट्रेडिंग एप में लॉग इन कर सकते हैं और अलग-अलग स्टॉक में विश्लेषण कर ट्रेड कर सकते हैं।
- डीमैट अकाउंट (Demat Account) शेयरों को डिजिटल रूप से स्टोर करता है चूंकि आजकल शेयर्स डिजिटल मोड में ट्रेड किए जाते हैं, इसलिए ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए डीमैट अकाउंट आवश्यक है।
- डीमैट अकाउंट (Demat Account)को ऑनलाइन खोलना आसान है और यह प्रोसेस बस कुछ ही चरणों में पूरी की जा सकती है। 3. डीमैट अकाउंट में शेयरों को डिजिटल रूप से स्टोर करने के फायदे में से एक यह है कि आप अपने शेयरों को कहीं से भी खरीद और बेच सकते हैं।
- डीमैट अकाउंट में आप अनेक सुरक्षा उपाय भी ले सकते हैं जैसे कि डीमैट अकाउंट पासवर्ड, डीमैट अकाउंट ट्रांजेक्शन पासवर्ड, डीमैट अकाउंट एक्सेस कोड आदि
- डीमैट अकाउंट (Demat Account)के बाद, आप अपने ट्रेडिंग एप में लॉग इन कर सकते हैं और अलग-अलग स्टॉक में विश्लेषण कर ट्रेड कर सकते हैं।
अपने पहले ट्रेड में क्या करे?
अगर आप नए हैं तो आपको अपनी पहली ट्रेड में धीरे-धीरे जाना चाहिए। आपको अपने ट्रेडिंग एप में लॉग इन करना चाहिए और अलग-अलग स्टॉक में विश्लेषण करना चाहिए। आपको अपने ट्रेडिंग एप में अलग-अलग स्टॉक के बारे में जानकारी दी जाएगी जैसे कि उस स्टॉक का इतिहास, उसके विभिन्न अंक और उसके विभिन्न तकनीकी चार्ट्स । आपको अपने ट्रेडिंग एप में अलग-अलग स्टॉक के बारे में जानकारी देखने के बाद अपनी पहली ट्रेड करनी चाहिए। आपको अपनी पहली ट्रेड में अपनी निवेश राशि को नियंत्रित रखना चाहिए और अपनी निवेश राशि को बढ़ाने के लिए अपने ट्रेडिंग एप में विश्लेषण करते रहना चाहिए ।
ट्रेडिंग कितने प्रकार का होता है?
ट्रेडिंग कई प्रकार का होता है जैसे कि मोमेंटम ट्रेडिंग, मीन रिवर्शल ट्रेडिंग, स्कैल्पिंग, डे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग और पोजीशन ट्रेडिंग। ट्रेडिंग के अलग-अलग प्रकार ट्रेडर के विचारों और बाजार के ज्ञान के आधार पर अलग-अलग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी और ट्रेडिंग स्टाइल का उपयोग करते हुए किए जाते हैं। ट्रेडिंग स्टाइल के अलग-अलग प्रकार ट्रेडर के मनोवृत्ति के आधार पर अलग-अलग होते हैं। ट्रेडिंग स्टाइल को जानने के लिए ट्रेडर को अलग-अलग प्रकार की ट्रेडिंग के बारे में जानना चाहिए और अपने मनोवृत्ति और विश्वास प्रणाली के अनुसार ट्रेडिंग स्टाइल का चयन करना चाहिए ।
सावधानियां
ट्रेडिंग करते समय आपको कुछ सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए। यहां कुछ सावधानियां हैं जो आपकी मदद करेंगी:
- ट्रेडिंग करने से पहले अपनी निवेश राशि का निर्धारण करें। आपको अपनी निवेश राशि को नियंत्रित रखना चाहिए और अपनी निवेश राशि को बढ़ाने के लिए अपने ट्रेडिंग एप में विश्लेषण करते रहना चाहिए ।
- ट्रेडिंग करते समय अपने ट्रेडिंग एप में अलग-अलग स्टॉक के बारे में जानकारी देखने के बाद ही ट्रेड करें। आपको अपने ट्रेडिंग एप में अलग-अलग स्टॉक के बारे में जानकारी दी जाएगी जैसे कि उस स्टॉक का इतिहास, उसके विभिन्न अंक और उसके विभिन्न तकनीकी चार्ट्स ।
- ट्रेडिंग करते समय अपनी निवेश राशि को नियंत्रित रखें। आपको अपनी निवेश राशि को नियंत्रित रखना चाहिए और अपनी निवेश राशि को बढ़ाने के लिए अपने ट्रेडिंग एप में विश्लेषण करते रहना चाहिए।
- ट्रेडिंग करते समय अपने ट्रेडिंग एप में अलग-अलग स्टॉक के बारे में जानकारी देखने के बाद ही ट्रेड करें। आपको अपने ट्रेडिंग एप में अलग-अलग स्टॉक के बारे में जानकारी दी जाएगी जैसे कि उस स्टॉक का इतिहास, उसके विभिन्न अंक और उसके विभिन्न तकनीकी चार्ट्स ।
- ट्रेडिंग करते समय अपनी निवेश राशि को नियंत्रित रखें।
नए ट्रेडर्स किसमें ट्रेड करें?
स्कैल्पिंग ट्रेडिंग (Scalping Trading) एक ट्रेडिंग तकनीक है जिसमें ट्रेडर छोटे समय के लिए एक स्टॉक में निवेश करते हैं और उसे थोड़े समय में बेच देते हैं इस तकनीक में ट्रेडर अपने निवेश को छोटे समय में बेचकर छोटे लाभ कमाते हैं यह ट्रेडिंग तकनीक ट्रेडर के विचारों और बाजार के ज्ञान के आधार पर अलग-अलग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी और ट्रेडिंग स्टाइल का उपयोग करते हुए किया जाता है ।